arpana dubey

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लेखनी कहानी -23-Jun-2022

चलों आज हम मिलकर वादा है करते
की कोई अब गुस्सा नहीं होगा।
चलों आज हम मिलकर वादा हैं करते
की कोई अब झगड़ा नहीं होगा।

मिलकर हम सँग सँग रहेंगे सनम
की कोई अब अनुबंध नहीं होगा
मिलकर हम देख लेंगे जगह सनम
की कोई अब बीच में नहीं होगा।

करते हैं इतनी मुहब्बत तुमसे हम
की अब कोई दूरी नहीं होगा
दूर कभी नहीं जायेगे तुमसे हम
रब से अब यही गुजारिश होगा।

अर्पणा दुबे।

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4 Comments

Swati chourasia

24-Jun-2022 01:01 AM

बहुत खूब

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Gunjan Kamal

23-Jun-2022 12:57 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Raziya bano

23-Jun-2022 10:39 AM

Beautiful

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